NBFC Business Loan: क्या एनबीएफसी से लोन लेना सही है ? कही आप तो नहीं फॅसे ऐसे जाल में

कहानी आप  की:

दिल्ली जैसे शहर मे राहुल ने अपने बिज़नेस स्टार्ट  किया और उसको आगे  बढ़ाने के लिए Indifi Technology NBFC से ₹5 लाख का बिज़नेस लोन लिया था, जिसकी अवधि 3 साल की थी। शुरू में, राहुल ने एक साल तक समय पर EMI भरी, लेकिन फिर उनके बिज़नेस में गिरावट आ गई। उन्होंने कंपनी से EMI कम करने और लोन की अवधि बढ़ाने का अनुरोध किया, लेकिन उन्हें सिर्फ झूठे वादे और कस्टमर केयर से टालमटोल के अलावा कुछ नहीं मिला।

NBFC की गैर-जिम्मेदाराना हरकतें

राहुल ने 8 महीने तक लगातार फॉलो-अप किया, लेकिन NBFC ने लोन री-स्ट्रक्चरिंग की कोई ठोस प्रक्रिया नहीं अपनाई। इसके बजाय, कस्टमर केयर सिर्फ यही कहता रहा:

"सर, आप कुछ कैपिटल  जमा करिए, हम री-स्ट्रक्चर करने की कोशिश करेंगे।"

एक दिन ऐसा होना था राहुल कितने दिन तक लोगो से उधर पैसे लेके कैपिटल जमा कर पता। एक दिन जब बिज़नेस पूरी में फंड नहीं बचा तो , राहुल ने EMI प्रेजेंट होने से पहले कंपनी को मेल लिखकर अपनी स्थिति स्पष्ट की, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। यहाँ तक की RBI से कंप्लेंट फाइल किया लेकिन वह भी कोई जवाब नहीं।सब से बड़ी बात ये की Indifi से कोई भी कर्मचारी/प्रतिनिधि  ने एक साल तक कोई मिलने की कोशिश तक नहीं की। लेकिन जब उन्होंने 1 साल बाद कलेक्शन एजेंट EMI नहीं कलेक्ट करने आया, राहुल ने अपनी प्रॉब्लम शेयर किया। तो कलेक्शन एजेंट उनके पड़ोसियों के सामने हंगामा करने लगे

इस स्थिति में कौन ज़िम्मेदार है?

  1. NBFC Indifi Technology

    • कंपनी ने राहुल की आर्थिक स्थिति समझने के बावजूद कोई राहत नहीं दी।

    • 8 महीने तक फॉलो-अप के बाद भी सिर्फ झूठे आश्वासन दिए गए।

    • ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया गया और कलेक्शन के दौरान गलत व्यवहार किया गया।

  2. कलेक्शन एजेंट

    • RBI के नियमों के अनुसार, लोन रिकवरी के लिए ग्राहक के साथ सम्मानजनक व्यवहार जरूरी है

    • कलेक्शन एजेंट का राहुल के पड़ोसियों के सामने दबाव बनाना गैर-कानूनी है।

समाधान: राहुल को क्या करना चाहिए?

RBI और NBFC Ombudsman को शिकायत करें

  • RBI ने NBFC के लिए Fair Practice Code बनाया है। राहुल अपनी शिकायत RBI Ombudsman Portal पर दर्ज कर सकते हैं।

  • NBFC Ombudsman से संपर्क करें, जो ग्राहकों की समस्याओं को सुलझाने में मदद करता है।

  • RBI को एक री-स्ट्रक्चर प्लान शेयर कर के Customer के और NBFC  दोनों को समस्याओं सुलझाने मे मदद करे.  

Legal Notice भेजें

  • यदि NBFC बार-बार झूठे वादे कर रहा है, तो राहुल को लिगल नोटिस भेजकर अपनी बात दर्ज करानी चाहिए।

  • NBFC के कलेक्शन प्रैक्टिस पर शिकायत के लिए Consumer Forum में केस दर्ज कर सकते हैं।

CIBIL और Credit Score पर ध्यान दें

  • लोन न चुका पाने के कारण राहुल का CIBIL स्कोर खराब हो सकता है, जिससे भविष्य में लोन मिलना मुश्किल हो जाएगा।

  • बैंक से बातचीत कर वन-टाइम सेटलमेंट (OTS) करने की कोशिश करनी चाहिए।लेकिन उनके पास जो पोसे था NBFC EMI कलेक्शन में ले गई। 

सही NBFC का चुनाव करें

  • लोन लेने से पहले NBFC की पॉलिसी और री-स्ट्रक्चरिंग नियम चेक करें।

  • जो NBFC ग्राहक केंद्रित हो और सही कस्टमर सपोर्ट दे, उन्हीं से लोन लें।

निष्कर्ष

राहुल की यह स्थिति बताती है कि NBFC द्वारा लोन देने के बाद ग्राहक को उचित सहयोग नहीं दिया जाता। जब कोई बिज़नेस घाटे में चला जाए, तो EMI कम करने का विकल्प दिया जाना चाहिए, लेकिन NBFC ने इसे नज़रअंदाज़ किया।

अगर आप भी किसी NBFC से लोन लेने की सोच रहे हैं, तो पहले उनकी पॉलिसी अच्छे से समझें और किसी भी तरह के झूठे वादों में न फंसे।

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